अफगानिस्तान भारत से कब अलग हुआ? जैसा कि हम सब जानते ही हैं कि भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ था। लेकिन क्या आपको यह पता है कि एक समय पर अफगानिस्तान, नेपाल, तिब्बत, भूटान, इत्यादि जैसे देश भी भारत का ही हिस्सा हुआ करते थे। जी हां दोस्तों, यह सुनकर आपके मन में यह प्रश्न उठा होगा कि अफगानिस्तान भारत से कब अलग हुआ? (afghanistan kab azad hua tha) तो दोस्तों आज हम इसी विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा करने वाले हैं।
आज हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे कि अफगानिस्तान भारत से कब अलग हुआ? (afghanistan bharat se kab alag hua) इसके साथ ही हम भारत और अफगानिस्तान का इतिहास भी समझेंगे। तो आइये बिना देरी किए लेख को शुरू करते हैं।
अफगानिस्तान भारत से कब अलग हुआ?
अफगानिस्तान भारत से 26 में 1876 को अलग हो गया था। इसके बाद 18 अगस्त सन 1919 को यह देश ब्रिटिश शासन से भी आजाद हुआ था।
सन 1876 में रूस और ब्रिटिश शासको के बीच एक गंडामक नामक संधि हुई थी, जिसमें अफगानिस्तान को एक बफर स्टेट बनाया गया था। और इसी समय अफगानिस्तान भारत से अलग हुआ था।
प्राचीन समय में अफ़गानिस्तान देश का नाम गंधार था। और महाभारत के अनुसार देखें तो गंधार का शासन शकुनि के हाथ में था। अक्सर लोग यह पूछते हैं कि क्या अफगानिस्तान कभी हिंदू देश था तो इसका उत्तर हां ही होगा।
अफगानिस्तान भारत का ही एक हिस्सा था और यह भी हिंदू राज्य हुआ करता था। बाद में यहां पर मुसलमान ने हमला करके इसे अपने कब्जे में कर लिया और धीरे-धीरे अफगानिस्तान का बॉर्डर भारत से अलग होने लग गया।
भारत और अफगानिस्तान का इतिहास
तो, अगर हम बात करें भारत और अफगानिस्तान के इतिहास की तो यहां पर यह जानना सबसे जरूरी होगा कि एक समय पर अफगानिस्तान के राजा जयपाल देव हुआ करते थे जो की एक हिंदू राजा थे। परंतु मुसलमान द्वारा राजा जयपाल पर हमला किया गया और मुसलमान ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में कर लिया।
हालांकि पहले तो इसका नाम गंधार था परंतु बाद में संस्कृत के ही अफगान शब्द से इसका नाम बदलकर अफगानिस्तान रखा गया था। एक सदी तक यहां पर बौद्ध धर्म का काफी ज्यादा प्रचार प्रसार हुआ करता था और यहां के लोग बौद्ध धर्म को काफी ज्यादा मानते थे। परंतु अब अफगानिस्तान एक मुस्लिम देश और टेररिस्ट देश के रूप में जाना जाता है।
अफ़गानिस्तान देश में पहले आर्य रहा करते थे और वह वैदिक धर्म को मानते थे। अफगानिस्तान में एक बुद्ध की सबसे बड़ी प्रतिमा हुआ करती थी, जिसे तालिबान ने तोड़ा था। बाद में यहां पर मोहम्मद गजनी का शासन हुआ था जिसने हिंदू धर्म को बर्बाद कर दिया। इसने तलवारों के दम पर सभी का धर्म बदलवाया था।
इसके बाद अफगानिस्तान पर 18वीं और 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश साम्राज्य ने भी राज्य किया था अंग्रेजों ने अफगानिस्तान में कई युद्ध लड़े, जिनमे से पहला आंग्ल युद्ध था जो की 1839 में हुआ था।
इसी के बाद जब अफगानिस्तान पर ब्रिटिश साम्राज्य का शासन था। तब 1876 को रूस और ब्रिटिश ने एक गंदमक संधि हुई थी। इस संधि में यह फैसला लिया गया था कि अफगानिस्तान को रूस और भारत के बीच एक बफर स्टेट बनाया जाएगा, जो कि दोनों देशों को ताकत प्रदान करेगा।
इसी समय 26 में 1876 को ब्रिटिश द्वारा भारत और पाकिस्तान को अलग कर दिया गया। इसके बाद अफगानिस्तान ने भी 18 अगस्त 1919 को ब्रिटिश साम्राज्य से आजादी पा ली थी।
अफगानिस्तान को भारत से अलग किसने किया?
अफगानिस्तान भारत से कब अलग हुआ जानने के बाद यह भी जानना जरूरी है कि आखिर कौन वह व्यक्ति था जिसने भारत और पाकिस्तान को अलग किया।
हालांकि हमने यह जाना कि ब्रिटिश सरकार और रूस की संधि के कारण यह दोनों देश अलग हुए थे। लेकिन साथ में हम आपको यह भी बता दें कि ब्रिटिश भारत के एक सचिव सर मोर्टिमर डूरंड और अफगानिस्तान के शासन अब्दुल रहमान खान के बीच एक समझौता हुआ था।
इसी समझाने के बाद सन 1893 में सर मोर्टिमर डूरंड ने भारत और अफगानिस्तान के बीच एक बॉर्डर बनाया, जिसका नाम डूरंड बॉर्डर कहलाया। इसे हम डूरंड रेखा भी कहते हैं।
अफगानिस्तान भारत का हिस्सा कब तक था?
सन 1750 जब अखंड भारत का मध्य युग चल रहा था, तब तक अफगानिस्तान भारत का हिस्सा माना गया था। उसे समय तक अफगानिस्तान का पूर्वी हिस्सा भारत का ही हिस्सा माना जाता था और अफगानिस्तान के पश्चिमी हिस्से में खुरासान जैसे लोग शामिल थे।
अफगानिस्तान को आजादी कब मिली थी?
ऐसे तो अफगानिस्तान भारत से 1976 को ही आजाद हो चुका था परंतु इसे पूरी तरह आजादी सन 1919 में मिली जब ब्रिटिश सरकार ने अफगानिस्तान को छोड़ दिया था।
सन 1919 में एंगलो अफगान संधि हुई थी, इसके बाद अफगानिस्तान को पूरी तरह आजादी मिली थी।
अफगानिस्तान भारत से कब अलग हुआ ? – FAQ’s
अफगानिस्तान का पुराना नाम क्या है?
अफगानिस्तान का पुराना नाम गंधार था जो की सबसे बड़े जनपद में गिना जाता था।
अफगानिस्तान भारत से कौन से सन में अलग हुआ?
अफगानिस्तान भारत से सन 1876 में गंडामक संधि के बाद अलग हुआ था।
क्या अफगानिस्तान कभी हिंदू देश था?
जी हां, अफगानिस्तान में हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, पारसी धर्म, वैदिक धर्म, इत्यादि कई अलग धर्म का प्रचार प्रसार था।
अफगानिस्तान में इस्लाम कौन लाया?
ऐसे तो सातवीं शताब्दी के दौरान रशीदून खाली फाटने सबसे पहले अफगानिस्तान में इस्लाम धर्म क्या स्थापना की थी परंतु अफगानिस्तान को पूरी तरह से इस्लाम बनाने में सबसे बड़ा हाथ मोहम्मद गजनी का रहा है।
अफगानिस्तान का आखिरी हिंदू राजा कौन था?
अफगानिस्तान का आखरी हिंदू राजा जयपाल देव था।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने जाना की अफगानिस्तान कब आजाद हुआ था?(afghanistan india se kab alag hua) उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको अफगानिस्तान और भारत के अलग होने से संबंधित कई सारी जानकारियां मिल पाई होंगे।
यदि आप अफगानिस्तान और भारत के इतिहास से संबंधित और भी जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं, तो कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।