वास्को डी गामा एक प्रसिद्ध पुर्तगाली नाविक था, जिसे समुद्र के रास्ते भारत पहुंचने वाले पहले व्यक्ति होने का श्रेय दिया जाता है। भारत में किसी दूसरे देश से पहला कदम वास्को डी गामा ने ही रखा था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्कोडिगामा भारत कब आया? यदि नहीं तो आज के इस लेख में हमारे साथ अंत तक जरूर बने रहे।
आज के इस लेख में हम वास्कोडिगामा की भारत यात्रा से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे और जानेंगे कि वास्कोडिगामा भारत कब आया (vaskodigama bharat mein kab aaya tha) और कितनी बार आया? तो आइए बिना देरी किए लेख कों शुरू करें।
वास्कोडिगामा भारत कब आया?
वास्कोडिगामा 30 मई 1498 को भारत आया था। इसने भारत आने की यात्रा जुलाई 1497 से शुरू की थी और यह कुल 9 महीने के बाद समुद्र के द्वारा यात्रा करके भारत पहुंचा था। वास्कोडिगामा पहला पुर्तगाली था, जिसने भारत की खोज की थी और भारत और यूरोप के बीच नए व्यापार के लिए मार्ग खोला था।
भारत की खोज में कई बार वास्कोडिगामा अन्य देश एवं महादेश पहुंचा और अंत में वास्को डी गामा ने भारत से यूरोपीय देश के लिए एक सीधा समुद्री रास्ता खोज निकाला। वह 20 मई 1498 को तो कालीकट भारत में पहुंचे थे और तभी भारत की खोज भी की।
वास्कोडिगामा भारत कितनी बार आया?
वास्कोडिगामा कुल 3 बार भारत आया था। पहली बार vasco-da-gama भारत की खोज के लिए भारत आया था और यह सफर 1497 से 1498 तक का था। पहली सफर में वास्कोडिगामा केवल 170 सैनिकों के साथ ही भारत आया था।
वास्को डी गामा 4 जहाजों और लगभग 170 लोगों के दल के साथ लिस्बन से रवाना हुए थे। 1497 में वास्को डी गामा को पुर्तगाल के राजा मैनुअल फर्स्ट द्वारा भारत के लिए समुद्री मार्ग खोजने के अभियान का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था। और इसी कारण से वास्कोडिगामा ने भारत की खोज की।
भारत की दूसरी यात्रा
वास्कोडिगामा दूसरी बार भारत 1502 ईस्वी में आया था। उसने भारत के पुर्तगाली वायसराय के रूप में नियुक्त किया गया था और क्षेत्र में मसाला व्यापार पर पुर्तगाली नियंत्रण स्थापित करने के लिए भेजा गया था।
इस यात्रा के दौरान वास्को डी गामा भारत के मालाबार तट पर कालीकट के बंदरगाह पर पहुंचे। उन्हें यहां के शासक जमोरिन से शत्रुता पूर्ण स्वागत का सामना करना पड़ा जो वास्को डी गामा के लिए अच्छा नहीं था।
इस यात्रा के दौरान वास्कोडिगामा ने पूर्वी अफ्रीकी तट का भी दौरा किया और कई अफ्रीकी राज्यों के साथ संपर्क बनाया, जिसमें किलवा राज्य भी शामिल था।
वह 1503 में बड़ी मात्रा में मसालों और कुछ अन्य मूल्यवान वस्तुओं के साथ पुर्तगाल लौट गया। इस तरह से वास्कोडिगामा दूसरी बार भारत 1 वर्ष के लिए आया।
वास्को डी गामा की तीसरी यात्रा
वास्कोडिगामा ने सन 1524 में भारत की तीसरी और अंतिम यात्रा की। इस समय भी वह वायसराय के रूप में पुर्तगाल से भारत आया था। लेकिन तीसरी यात्रा के दौरान भारत में कुछ महामारी फैल गई थी जिसके कारण कुछ समय बाद ही वास्कोडिगामा की मृत्यु हो गई।
वास्कोडिगामा कौन था?
वास्को द गामा का जन्म 1469 में साइंस पुर्तगाल में हुआ था। वह खोजकर्ता और नाविकों के परिवार से था और इसके पिता प्रसिद्ध नाविक थे। वास्को डी गामा की शिक्षा में शायद उन्होंने नेविगेशन और गणित संबंधित शिक्षा प्राप्त की थी।
इसके बाद यह पुर्तगाली नौसेना में शामिल हो गए और इन्हें एक कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया था। बाद में इन है 1497 में भारत की खोज करने के लिए भी नियुक्त किया गया था।
वास्कोडिगामा भारत कब आया? FAQ’s
Q. वास्कोडिगामा भारत कब और क्यों आया था?
Ans. वास्कोडिगामा भारत 20 मई 1498 को आया था। यह भारत इसलिए आया था क्योंकि इसे पुर्तगाल के शासक द्वारा भारत की खोज करने का कार्य दिया गया था।
Q. 1498 में भारत का शासक कौन था?
Ans. 1498 में वास्कोडिगामा भारत कालीकट पहुंचा था। और उस समय कालीकट का शासक जमोरिन था।
Q. वास्कोडिगामा भारत क्या खोजने आए थे?
Ans. वास्कोडिगामा भारत से पुर्तगाल की समुद्री रास्ते की खोज करने के लिए निकले थे ताकि समुद्र के मार्ग से यूरोप और भारत के बीच आसानी से व्यापार हो सके।
Q. वास्कोडिगामा की मृत्यु कब हुई?
Ans. वास्कोडिगामा की मृत्यु 24 दिसंबर 15 से 24 को भारत में ही हुई थी।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने जाना कि वास्कोडिगामा भारत कब आया? उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको वास्को डा गामा के भारत यात्रा के बारे में सभी जानकारियां मिल पाई होंगी।
यदि आप भारत की खोज और वास्को द गामा से संबंधित कुछ अन्य प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।