Bharat Ka Pratham Governor General Kaun Tha – ब्रिटिश ने भारत पर लगभग 300 वर्षों तक शासन किया था और उनके शासन के दौरान भारत का एक गवर्नर जनरल भी बनाया गया था जिसे ब्रिटिश क्रॉउन द्वारा नियुक्त किया गया था। अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में ब्रिटिश के समय के कई प्रश्न पूछे जाते हैं जिनमें से एक प्रश्न यह है कि भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था?
तो आज के इस लेख में हम जानेंगे कि भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था और इसने कब से कब तक शासन किया। इसके साथ ही हम स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे। तो आइए बिना देरी किए लेख को शुरू करते हैं।
भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था?
भारत का प्रथम गवर्नर जनरल विलियम बेंटिक था। 16 साल की दशक की शुरुआत में ब्रिटिश भारत में व्यापारियों के रूप में पहुंचे लेकिन अंततः उन्होंने अब देश पर अपने प्रभाव का विस्तार करना शुरू कर दिया।
600 के दशक तक ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में अपना हक जमा लिया था और उन्होंने देश के राजनीतिक और आर्थिक मामलों पर नियंत्रण करना शुरू कर दिया था।
ऐसे में बंगाल राज्य पर उनका कुछ ज्यादा ही प्रभाव था ऐसे में फोर्ट विलियम प्रेसिडेंसी के रूप में 1773 को बंगाल का सबसे पहला गवर्नर जनरल चुना गया जिसका नाम वॉरेन हेस्टिंग्स से है।
लेकिन क्वीन एलिजाबेथ ने 31 दिसंबर 16 को ईस्ट इंडिया कंपनी को एक रॉयल चार्टर प्रदान किया था जो एक व्यापारिक संगठन के रूप में भारत में ब्रिटिश भागीदारी की शुरुआत को दर्शाता था।
ऐसे में इस चार्टर अधिनियम 1833 के माध्यम से बंगाल के गवर्नर जनरल का नाम बदलकर भारत के गवर्नर जनरल कर दिया गया जो कि पूरे भारत में लागू किया गया था। अब 22 अप्रैल 1835 को भारत का सबसे प्रथम गवर्नर जनरल विलियम बेंटिक चुना गया।
विलियम बेंटिक का कार्यकाल
- विलियम बेंटिक भारत के पहले गवर्नर जनरल के रूप में 1828 से लेकर 1858 तक कार्यभार संभाला।
- इस पद पर रहकर बेंटिक ने कोई प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए कार्य किया।
- इनका कार्य ईस्ट इंडिया कंपनी के कोर्ट ऑफ डायरेक्टर्स को रिपोर्ट करना था।
- उनके कार्यकाल के दौरान दो घटनाएं घटी थी जिसमें सती प्रथा का उन्मूलन शामिल था और 1833 का चार्टर एक्ट शामिल था।
स्वतंत्र भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था?
अभी तो हमने यह जाना कि ब्रिटिश भारत के प्रथम गवर्नर जनरल कौन थे लेकिन अब हम यह देखेंगे कि सन 1947 में जब भारत आजाद हुआ तो किस व्यक्ति को प्रथम गवर्नर जनरल बनाया गया था।
स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन थे। जो 15 अगस्त 1947 से लेकर जून 1948 तक गवर्नर जनरल रहे।
लॉर्ड माउंटबेटन केवल स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल ही नहीं बल्कि स्वतंत्र भारत के अंतिम वायसराय भी थे। लेकिन इन्हें केवल 1 साल में ही गवर्नर जनरल के पद से हटा दिया गया था।
लॉर्ड माउंटबेटन का कार्यकाल
- लॉर्ड माउंटबेटन का कार्यकाल 15 अगस्त 1947 से लेकर 21 जून 1948 तक का है।
- माउंटबेटन को फरवरी 1947 में भारत के अंतिम वायसराय के रूप में भी नियुक्त किया गया था जो कि भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिलने के कुछ महीने पहले ही था।
- अंतिम वायसराय के रूप में इन्होंने अंग्रेजों से भारत सरकार को सत्ता के हस्तांतरण की देखरेख करने का काम दिया गया था।
- 3 जून 1947 को माउंटबेटन योजना की घोषणा की गई जिसमें भारत को दो अलग-अलग देशों में विभाजित करने का प्रस्ताव रखा।
- भारतीय स्वतंत्रता विधेयक जिसमें भारत और पाकिस्तान का निर्माण शामिल था 4 जुलाई को ब्रिटिश संसद में पेश किया गया था और 18 जुलाई को इसे मंजूरी मिली थी।
- लॉर्ड माउंटबेटन के कार्यकाल के दौरान तीन घटनाएं घटी थी जिसमें जून 3rd प्लान रेडक्लिफ आयोग और भारत को स्वतंत्रता मिलना शामिल था।
- गवर्नर जनरल के रूप में उनका समय अल्पकालिक था क्योंकि इन्होंने महात्मा गांधी की हत्या के बाद 1948 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
स्वतंत्र भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल कौन थे?
लॉर्ड माउंटबेटन के कार्यकाल से जाने के बाद स्वतंत्र भारत का पहला भारतीय और दूसरा गवर्नर जरनल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को चुना गया। जिन्होंने जून 1948 से लेकर 25 जनवरी 1950 तक अपने गवर्नर जनरल के पद को संभाला।
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हालांकि अंग्रेजों द्वारा भारत छोड़ने के बाद भारत किसी भी तरह के गवर्नर जनरल को नहीं रखना चाहता था लेकिन 26 जनवरी 1950 तक भारत में गणतंत्र संविधान लागू होने तक गवर्नर जनरल के पद को रखा। इसलिए चक्रवर्ती राजगोपालाचारी भारत के आखरी गवर्नर जनरल बने, जिन्होंने 25 जनवरी 1950 तक अपने पद को संभाला।
चक्रवर्ती राजगोपालाचारी का कार्यकाल
- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी जी को हम लोग राजा जी के नाम से भी जानते हैं।
- राजाजी का कार्यकाल सन 1948 से लेकर 1950 तक था।
- अपने कार्यकाल के दौरान राजा जी ने सभी राज्यों को भारतीय संघ में शामिल होने के लिए राजी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- इन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया कि एकीकरण प्रक्रिया शांतिपूर्ण और सफल हो।
- अंत में भारत का संविधान लागू होने से 1 दिन पहले इन्हें गवर्नर जनरल के पद से हटा दिया गया।
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भारत के गवर्नर जनरल की सूची
गवर्नर जनरल | कार्यकाल |
लॉर्ड विलियम बेंटिंक | 1828-1835 |
सर चार्ल्स मेटकाफ, बीटी | 1835-1836 |
लॉर्ड ऑकलैंड | 1836-1842 |
लॉर्ड एलेनबरो | 1842-1844 |
सर हेनरी हार्डिंग | 1844-1848 |
डलहौजी की मार्क्वेस | 1848-1856 |
लॉर्ड कैनिंग | 1856-1862 |
लॉर्ड एल्गिन | 1862-1863 |
सर रॉबर्ट नेपियर | 1863 -1863 |
सर विलियम डेनिसन | 1863-1864 |
सर जॉन लॉरेंस, बीटी | 1864-1869 |
लॉर्ड मेयो | 1869-1872 |
सर जॉन स्ट्रेची (अभिनय) | 1872 |
लॉर्ड नॉर्थब्रुक | 1872-1876 |
लॉर्ड लिटन | 1876-1880 |
लार्ड रिपन | 1880-1884 |
लॉर्ड डफरिन | 1884-1888 |
लॉर्ड लैंसडाउन | 1888-1894 |
लॉर्ड एल्गिन | 1894-1899 |
केडलस्टन के लॉर्ड कर्जन | 1899-1905 |
लॉर्ड मिंटो | 1905-1910 |
पेंशुरस्ट के लॉर्ड हार्डिंग | 1910-1916 |
लॉर्ड चेम्सफोर्ड | 1916-1921 |
रूफस आइजैक, पढ़ने का पहला मार्क्वेस | 1921-1926 |
लॉर्ड इरविन | 1926-1931 |
द अर्ल ऑफ विलिंगडन | 1931-1936 |
लिनलिथगो के निशान | 1936-1943 |
द विकांट वेवल | 1943-1947 |
बर्मा के विकांट माउंटबेटन | 1947-1947 |
लॉर्ड लुईस माउंटबेटन | 1947-1948 |
श्री सी. राजगोपालाचारी | 1948-1950 |
भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था – FAQ’s
भारत के प्रथम और अंतिम गवर्नर जनरल कौन थे।
स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन थे और अंतिम गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी जी थे।
स्वतंत्र भारत का पहला वायसराय कौन था?
स्वतंत्र भारत का पहला और अंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन था।
भारत में कितने गवर्नर जनरल थे?
आजादी के बाद भारत के 2 गवर्नर जनरल रहे हैं लेकिन इसके पहले भारत में कुल 24 गवर्नर जनरल रहे हैं।
गवर्नर जनरल की शुरुआत कब हुई?
सबसे पहले 1733 से बंगाल के गवर्नर जनरल की शुरुआत हुई थी लेकिन सन 1833 से भारत के गवर्नर जनरल की शुरुआत हुई।
1857 के गवर्नर जनरल कौन था?
1857 में गवर्नर जनरल द विस्काउंट कैनिंग था।
बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था?
बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल का नाम वारेन हेस्टिंग्स था।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने जाना कि भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था? उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको भारत के अलग-अलग गवर्नर जनरल के बारे में जानकारी मिल पाई होगी। यदि आप इस विषय से संबंधित कुछ अन्य जानकारियां पाना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।