क्रिप्स मिशन भारत कब आया – नमस्कार दोस्तों आपका हमारे ब्लॉग India Map With States पर स्वागत है जहा आज इस पोस्ट के माध्यम से Krips Mision Bharat Kab Aaya के बारे में बात करने जा रहे है जहा आप ने भी क्रिप्स मिशन का नाम बहुत बार सुना होगा परन्तु यदि आपको पूरी तरह से नहीं पता आखिर क्रिप्स मिशन क्या है और क्रिप्स मिशन भारत कब आया था तब आप हमारा यह पोस्ट पूरा ध्यान से पढ़े जहा आज मेने आपको इस पोस्ट के माध्यम से सभी चीज़े विस्तार से समझने की कोशिश की है।
जैसा की आप जानते ही है भारत एक समय पर बहुत सारी विदेशी ताकतों की गुलामी से आज़ाद हुआ है और इसे आज़ाद करने में बहुत सारे क्रांतिकारियों और स्वतंत्र सेनानियों की अहम् भूमिका रही है इस को देखते हुए भारत को आजाद करने के लिए ऐसे बहुत सारे कार्य भी किये जिसने एक क्रिप्स मिशन भी था। तो क्रिप्स मिशन भारत क्यों आया और इसके पीछे का मुख्या उद्देश्य क्या था जानने की कोशिश करते है तो बिना समय गवाए पोस्ट को शुरू करते है।
क्रिप्स मिशन क्या है? (cripps mission kya hai in hindi)
भारत में जिस समय ब्रिटिश सरकार थी उस समय लेबर पार्टी के मंत्री जिनका नाम सर स्टेफोर्ड क्रिस्प के नेतृत्व में भारत में आया है जिसके कारन भारत में खुद का शासन होगा इस बात को दर्शाता था। और स्टेफोर्ड के नाम पर ही इस मिशन का नाम क्रिप्स मिशन रखा गया था।
और उस समय स्टेफोर्ड भारत में गाँधी जी और मुश्लिम लीग के अध्यक्ष अली जिन्ना से बातचीत करने आया था। जहा भारतीय कांग्रेस के द्वारा इस क्रिप्स मिशन को मानने से मन कर दिया था। और इसके बाद ही भारत में गाँधी जी के द्वारा भारत छोड़ो आंदोलन को शुरू करने की तैयारी की गई। इस मिशन की स्वीकृति न करने पर बहुत सारे कांग्रेस के नेताओ को गिरफ्तार कर लिया था
इस मिशन का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत ब्रिटिश सरकार का सहयोग करे था जो की बिलकुल भी नहीं हुआ।
क्रिप्स मिशन भारत कब आया? (cripps mission bharat kab aaya tha)
क्रिप्स मिशन भारत में मार्च 1942 में आया था जो भी भारत के द्वारा मंजूर नहीं किया गया था। और यह निर्णय लेना भारत के लिए एक बहुत बड़ी बात थी।
क्रिप्स मिशन की विफलता के मुख्य कारण
जैसा की आप जानते है शुरू से ही भारत अपने आप में सभी देशो से अलग छवि को रखते हुए आया है जहा भारत के नेता अपने देश के बारे में फैसले लेते समय बहुत सोच विचार और गहन अध्यन करते है ताकि भारत में रहने वाली जनता का किसी भी तरह से कोई नुकसान न हो पाए जहा यदि हम क्रिप्स मिशन को मंजूर क्यों नहीं किया गया उसके भी कुछ मुख्या कारन थे जो की निम्नलिखित है।
क्रिप्स मिशन में जो नियम और शर्ते थे वह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भी पूरी नहीं की जाती जिससे भारत को ही आगे नुकसान झेलना पड़ता।
उस समय कांग्रेस की सरकार थी और कांग्रेस के नेताओ का हर फैसले को सोचविचार कर लेना यह भी एक अहम् कारण था।
भारत पर पहले ही ब्रिटिश शाशन का राज था जहा भारत को आज़ादी तभी मिलेगी जब वह क्रिप्स मिशन को स्वीकार करेगा जो की कभी नहीं होने वाला था और क्रिप्स मिशन स्वीकार करने बाद भी आज़ादी नहीं मिलने वाली थी।
पाकिस्तान भी भारत का ही हिस्सा था और पाकिस्तान को अलग देश घोसित किया जाये यह मुद्दा भी उस समय उठने लगा था।
- इन्हे भी पढ़े: आधुनिक भारत का इतिहास के बारे में पूरी जानकारी
- इन्हे भी पढ़े: 1947 से पहले भारत का नक्शा कैसा था?
कुल मिलकर अगर बात की जाए तो भारत जब ब्रिटिश शासन का गुलाम था और उस समय द्वितीय विश्व युद्ध में भारत का समर्थन चाहता था यह एक प्रस्ताव ही ब्रिटिश शाशन की तरह से भेजा गया था जिसे सरफोर्ड क्रिप्स के नेतृत्व में भेजा गया था इसीलिए इसे क्रिप्स मिशन कहा जाता है जिसे लेकर भारत के द्वारा सहमति प्रदान नहीं की गई थी।
क्रिप्स मिशन भारत कब आया – FAQs
भारत में क्रिप्स मिशन कौन से वर्ष आया?
भारत में क्रिप्स मिशन वर्ष 1942 आया
क्रिप्स मिशन में कितने सदस्य थे?
क्रिप्स मिशन में मुख्य 3 सदस्य थे सर स्टैफर्ड क्रिप्स, लार्ड पैथिक लारेंस एवं ए. बी. अलेक्जेंडर थे और इसके अध्यक्ष सर स्टैफर्ड क्रिप्स मिशन थे।
भारत में क्रिप्स मिशन के समय ब्रिटिश प्रधानमंत्री कौन था?
भारत में क्रिप्स मिशन के समय ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल था?
क्रिप्स मिशन का अध्यक्ष कौन था?
क्रिप्स मिशन का अध्यक्ष सर स्टैफोर्ड क्रिप्स था?
क्रिप्स मिशन के समय भारत का प्रधानमंत्री कौन था?
जिसका मुख्य उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों के लिए भारतीयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त करना था। क्रिप्स मिशन के प्रमुख सर स्टैफोर्ड क्रिप्स थे, जो एक वरिष्ठ कम्युनिस्ट पार्टी के राजनेता और ब्रिटिश प्रधान मंत्री विंस्टन चर्चिल के कैबिनेट में मंत्री थे।
और अंत में –
मुझे उम्मीद है आपको क्रिप्स मिशन भारत कब आया (cripps mission ke pramukh prastav kya the) के बारे में काफी कुछ जानकारी मिल गई होगी जहा यदि आपके अनुसार हमारे इस पोस्ट में किसी भी तरह की कोई त्रुटि है या फिर किसी भी तरह का कोई आपका सवाल या सुझाव है तब आप हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से बता सकते है जहा हम आपके सभी कमेंट का जवाब तुरंत देने की कोशिश करेंगे।